राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने मंगलवार को पुलवामा हमला मामले में पिता और बेटी को गिरफ्तार किया है। इन्हें लेथपोरा इलाके से पकड़ा गया। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान पुलवामा जिले के हरिकोपड़ा निवासी अहमद शाह (50) और उसकी बेटी इंशा जान (23) के तौर पर की गई है। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान पुलवामा जिले के हरिकोपड़ा निवासी अहमद शाह (50) और उसकी बेटी इंशा जान (23) के तौर पर की गई है। तारिक अहमद शाह दक्षिण कश्मीर में टिपर ड्राइवर का काम करता था। एनआईए के वरिष्ठ अधिकारियों ने सोमवार को इनके घर पर दबिश दी थी। मंगलवार की सुबह इन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।
चार दिन पहले एनआईए ने इस मामले में शकीर बशीर मागरे को गिरफ्तार किया था। मागरे की ओर से दी गई सूचना के आधार पर ही पिता-बेटी को गिरफ्तार किया गया है। इसके साथ ही मामले में गिरफ्तार किए गए लोगों की संख्या 3 हो गई है।
आतंकियों ने आरोपी के घर का इस्तेमाल किया
पूछताछ में आरोपी अहमद शाह ने बताया कि पुलवामा हमले को अंजाम देने वाले आतंकियों ने हरिकोपड़ा स्थित उसके घर का इस्तेमाल किया था। आत्मघाती हमलावर आदिल अहमद डार, पाकिस्तानी आतंकी मोहम्मद फारूक, इंप्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस(आईईडी) बनाने वाले पाकिस्तानी आतंकी कामरान और एक अन्य आतंकी वहां ठहरे थे। उसने आतंकियों को न सिर्फ अपने घर में पनाह दी बल्कि हमले की योजना बनाने में भी उनकी मदद की। उसके घर पर ही डार का वीडियो रिकार्ड किया गया था। इस वीडियो को हमले के बाद आतंकी संगठन जैश ने जारी किया था।
आरोपी ने सीआरपीएफ की गतिविधियों की जानकारी जुटाई थी
दूसरी आरोपी इंशा जान ने आतंकियों को अपने घर पर भोजन उपलब्ध करवाया था। उसके घर पर 2018 से 2019 के बीच आतंकी 15 बार आए थे। हर दिन उसने 2 से 4 बार उन्हें खाना खिलाया। उन्हें कहीं आने जाने में मदद की। इंशा पाकिस्तानी आतंकी मोहम्मद उमर फारूक के लगातार संपर्क में थी। कई बार उसने सोशल मीडिया और फोन के जरिए उससे बातचीत की थी।